November 21, 2025

Chardham yatra: स्थानीय लोगों के लिए पंजीकरण की अनिवार्यता खत्म, बाहरी तीर्थयत्रियों के लिए होगी ये व्यवस्था

Chardham Yatra 2023 Update:  सीएम धामी ने कहा कि जो भी यात्री उत्तराखंड आएंगे उन्हें चारधाम के दर्शन जरूर कराए जाएंगे। जो बिना पंजीकरण आएंगे उनका वहीं ऑफलाइन पंजीकरण कराया जाएगा।
सीएम पुष्कर सिंह धामी

देश-दुनिया से आने वाले जिन श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड में होटल या होमस्टे बुक करा लिया है, उन सभी को सरकार दर्शन कराएगी। उनके अलग से पंजीकरण की भी जरूरत नहीं है। वहीं, स्थानीय लोग परंपरागत तौर तरीकों से बिना किसी पंजीकरण के चारों धाम की यात्रा कर सकेंगे।

मंगलवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने निर्देश दिए कि यात्रा में स्थानीय लोगों के पंजीकरण की अनिवार्यता को खत्म किया जाए।

उन्होंने कहा कि देवभूमि आने वाले सभी श्रद्धालुओं को उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में दर्शन कराए जाएंगे। जिन श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा के लिए होटलों, होमस्टे में बुकिंग करा ली है, उन्हें पंजीकरण की पहले से जरूरत नहीं होगी। मौके पर ही पंजीकरण करने के बाद सरकार दर्शन की व्यवस्था करेगी। जो भी देवभूमि में चारधाम दर्शन करने आएगा, वह मायूस होकर नहीं लौटेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यवस्थित, सुगम और सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिए सभी तैयारियां समय पर पूर्ण कर ली जाए। देवभूमि आने वाले श्रद्धालु चारधाम यात्रा के साथ राज्य के अन्य प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों पर भी जाएं, इसके लिए राज्य के प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों के बारे में व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार भी किया जाए। पर्यटन, पुलिस एवं परिवहन विभाग द्वारा विभिन्न माध्यमों से जागरूकता अभियान चलाया जाए।

बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, अरविंद सिंह ह्यांकी, सचिन कुर्वे, एचसी सेमवाल, गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार, आईजी गढ़वाल केएस नगन्याल, आईजी रिद्धिम अग्रवाल, अपर सचिव सी. रविशंकर, एमडी जीएमवीएन विनोद गिरि गोस्वामी, वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग मयूर दीक्षित, जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना और उत्तरकाशी के डीएम अभिषेक रूहेला शामिल हुए। 

स्थानीय उत्पादों पर यात्रा व्यय का पांच प्रतिशत खर्च करें

वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री ने श्रद्धालुओं से अपने यात्रा व्यय का पांच प्रतिशत स्थानीय उत्पादों पर खर्च करने की अपील की है। सीएम धामी ने कहा कि राज्य में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए कुछ उत्पादों को व्यापक स्तर पर प्रमोट किया जाए। जीएमवीएन में भी स्थानीय उत्पादों को रखा जाए। राज्य के स्थानीय उत्पादों की जानकारी आमजन तक पहुंचाई जाएं। चारधाम यात्रा मार्गों पर क्रैश बैरियर की समुचित व्यवस्था की जाए। यात्रा मार्गों पर पार्किंग स्थलों पर वाहन चालकों की रहने एवं सोने की समुचित व्यवस्था हो।

सीमा पर प्रवेश के दौरान ही होगी मुख्य चेकिंग

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए पुलिस की ओर से भीड़ प्रबंधन की समुचित व्यवस्था की जाए। श्रद्धालुओं से जो भी आवश्यक जानकारी लेनी है, केवल एक बार राज्य की सीमा पर प्रवेश के दौरान कर लिया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि देवभूमि आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो। चारधाम यात्रा के लिए जिन-जिन विभागों से कार्मिकों की ड्यूटी लगती है, उन विभागों से जो कार्मिक स्वेच्छा से चारधाम ड्यूटी पर जाना चाहते हैं, उन्हें पहले प्राथमिकता दी जाए। चारधाम यात्रा पर जो भी स्वास्थ्य शिविर लगाए जा रहे हैं, उन्हें व्यवस्थित तरीके से लगाया जाए।

स्थानीय लोग बनेंगे यात्रा मित्र

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिए कि चारधाम यात्रा के लिए यात्रा मित्र के तौर पर कुछ स्थानीय लोगों को रखा जाए। यात्रा मार्गों पर पार्किंग स्थलों में वाहन चालकों के रहने एवं सोने की व्यवस्था की जाए। चारधाम यात्रा पर आने वाले वाहनों की फिटनेस का विशेष ध्यान रखा जाए, इसके लिए अन्य राज्यों से भी समन्वय किया जाए।

चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जिले के लोगों को रजिस्ट्रेशन में छूट

चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जिले के लोगों को ही चारधाम यात्रा के रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता से छूट मिलेगी। पर्यटन विभाग के सूत्रों के मुताबिक, चारधाम यात्रा से जुड़े इन तीन जिलों के अलावा प्रदेश के अन्य जिलों के यात्रियों को चारधाम यात्रा पर आने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

सीमित संख्या पर भी स्थिति साफ हो : महापंचायत

चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत ने प्रदेश सरकार से धामों में प्रतिदिन यात्रियों की सीमित संख्या पर भी स्थिति साफ करने का अनुरोध किया है। महापंचायत के महासचिव डॉ. बृजेश सती ने कहा कि हमारी दो मांगें स्थानीय लोगों के पंजीकरण को खत्म करने और ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा देने की बात मान ली गई है। इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार जताते हैं लेकिन सीमित संख्या पर बनी ऊहापोह की स्थिति भी साफ होनी चाहिए। किसी भी तरह की भ्रांति नहीं होनी चाहिए।