VPDO Recruitment Scam: धूमाकोट का सरकारी शिक्षक गिरफ्तार, ओएमआर शीट में छेड़छाड़ करने का आरोप
शिक्षक पर आरोप है कि उसने कई अभ्यर्थियों को इकट्ठा किया और अन्य दलालों के माध्यम से ओएमआर शीट में छेड़छाड़ कर पास कराया। इस मामले में अभी और भी गिरफ्तारी हो सकती है।

विजिलेंस से जांच ट्रांसफर होने के बाद एसटीएफ ने ग्राम विकास अधिकारी (वीपीडीओ) परीक्षा धांधली मामले में भी एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी धूमाकोट के एक सरकारी स्कूल का शिक्षक है।
ग्राम पंचायत विकास अधिकारी की परीक्षा वर्ष 2016 में हुई थी। इस परीक्षा में धांधली का पता चला तो शासन स्तर पर जांच की गई। वर्ष 2019 में दिसंबर तक जांच चली। धांधली की पुष्टि होने के बाद इसे विजिलेंस को भेज दिया गया। विजिलेंस ने जनवरी 2020 में इस मामले में मुकदमा दर्ज किया। मगर, अब तक किसी भी आरोपी को नामजद नहीं किया गया था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर इस मुकदमे की विवेचना भी एसटीएफ से कराने पर सहमति बनी।
शासन के निर्देश पर इस मुकदमे को पिछले दिनों एसटीएफ को सौंप दिया गया। जांच के दौरान फोरेंसिक प्रयोगशाला से ओएमआर शीट की जांच रिपोर्ट भी मंगाई गई। इसमें पुष्टि हो चुकी थी कि ओएमआर शीट में छेड़छाड़ की गई है।
एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि इन सब साक्ष्यों के आधार पर शुक्रवार को एक आरोपी मुकेश कुमार शर्मा निवासी मोहल्ला वसंत विहार, गिरीताल, काशीपुर, ऊधमसिंह नगर को गिरफ्तार किया गया है। वह छुलसिया, धूमाकोट, पौड़ी गढ़वाल स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक है।
चार दलाल भी रडार पर
इस मामले में मुकेश से एसटीएफ को अहम जानकारियां मिली हैं। बताया जा रहा है कि जिन लोगों के पास ओएमआर शीट थी, उनके नाम भी मुकेश शर्मा ने बताए हैं। वे आयोग के थे या फिर किसी और संस्था के, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। एसटीएफ ने चार लोगों को रडार पर लिया है। जल्द ही इनमें से भी कुछ की गिरफ्तारी हो सकती है।
