November 21, 2025

Kedarnath: कपाट खुलते ही धाम में उमड़ा आस्था का सैलाब, महादेव के जयकारों से गूंजी केदारपुरी

केदारनाथ धाम के कपाट आज मंगलवार को श्रद्धालुओं के लिए विधि विधान के साथ खोल दिए गए। इस मौके पर धाम में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर हजारों श्रद्धालुओं के जयकारों के साथ धाम के कपाट खुले। कपाट खुलते ही धाम महादेव के जयकारों से गूंज उठा। वहीं, तीर्थयात्री ढोल नगाड़ों की थाप पर जमकर झूमे।

सुबह पांच बजे कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। सबसे पहले धार्मिक परंपराओं के निर्वहन के साथ-साथ बाबा केदार की पंचमुखी भोग मूर्ति चल उत्सव विग्रह डोली में विराजमान होकर रावल निवास से मंदिर परिसर में पहुंची।

इसके बाद रावल एवं श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के पदाधिकारियों की मौजूदगी में प्रशासन की ओर से मंदिर के कपाट खोले गए। इसके बाद मुख्य पुजारी ने गर्भ गृह में भगवान केदारनाथ की विशेष पूजा-अर्चना की। इसके बाद ग्रीष्मकाल के लिए केदारनाथ के दर्शन शुरू हो गए।

Kedarnath Dham Doors Open Huge crowd of Pilgrims gathered Uttarakhand Char Dham Yatra 2023 photos
केदारनाथ में अगले कुछ दिनों तक खराब मौसम की चेतावनी के बीच टिहरी पुलिस भी अलर्ट हो गई है। धाम के कपाट तो खुल गए, लेकिन वहां लगातार मौसम खराब होने से बर्फबारी हो रही है। जिसके चलते चारधाम यात्रा के प्रवेश द्वार टिहरी में पुलिस केदारनाथ यात्रियों को फिलहाल रोक रही है
Kedarnath Dham Doors Open Huge crowd of Pilgrims gathered Uttarakhand Char Dham Yatra 2023 photos
एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि टिहरी पुलिस केदारनाथ में भारी बर्फबारी और खराब मौसम के अलर्ट के बीच यात्रियों को भद्रकाली, मुनिकीरेती थाने के व्यासी में रोककर उन्हें फिलहाल ऋषिकेश में रुकने को कहा गया है। फिलहाल केदारनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण भी बंद कर दिया गया है।
उन्होंने मुनिकीरेती थानाध्यक्ष को केदारनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों को मुनिकीरेती और ऋषिकेश आसपास के क्षेत्रों में रोकने को कहा है। बताया कि गंगोत्री और यमुनोत्री जाने वाले यात्रियों पर कोई पाबंदी नहीं है।
सोमवार को बाबा केदारनाथ के दर्शन करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य देखने के लिए गुजरात के बडोदरा से 800 श्रद्धालुओं का जत्था भी केदारनाथ धाम पहुंचा दल में शामिल श्रद्धालुओं का कहना है कि पहली बार बाबा केदार के दर्शन करने के लिए आए हैं।