लोकसभा चुनाव में भाजपा नीत एनडीए 292 सीटों के साथ बहुमत को पार करने में कामयाब रही। इस चुनाव में भले ही भाजपा का प्रदर्शन सतोषजनक न रहा हो, लेकिन आंध्र प्रदेश में भाजपा की गठबंधन पार्टी तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) ने शानदार प्रदर्शन किया। टीडीपी कुल 16 सीटें जीतने के साथ एनडीए में सबसे बड़ी पार्टी बन गई। इसी के साथ अटकलें लगाई जाने लगीं कि टीडीपी और जनता दल यूनाईटेड (जेडीयू) से विपक्षी गठबंधन इंडिया के घटक दल बात करेंगे और अपने साथ आने के लिए मनाएंगे। हालांकि, इन अटकलों पर टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि वह एनडीए में ही रहेंगे।
नायडू ने लगाया अटकलों पर विराम
बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर एनडीए की बैठक हुई। इस बैठक में चंद्रबाबू नायडू भी मौजूद थे। बैठक खत्म होने के बाद चंद्रबाबू नायडू ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा, “यह एक अच्छी बैठक रही।” टीडीपी प्रमुख ने आगे कहा, “अगर हम एनडीए का हिस्सा नहीं हैं तो हम चुनाव कैसे लड़ सकते हैं? हमने इससे सामूहिक रूप से लड़ाई लड़ी। आपको यह संदेह क्यों हुआ, मुझे नहीं मालूम।”
लिखित में दिया आश्वासन
ऐसा कहा जा रहा कि विपक्षी नेता उनसे संपर्क कर सकते हैं, इन अटकलों के बीच उन्होंने लिखित में पीएम मोदी को समर्थन करने का आश्वासन भी दिया। चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार के अलावा बुधवार को पीएम मोदी के आवास पर हुई बैठक में एकनाथ शिंदे, एचडी कुमारस्वामी, पवन कल्याण, चिराग पासवान, और प्रफुल्ल पटेल भी मौजूद थे।
बता दें कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत नहीं मिला और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) भी 300 के आंकड़े से चूक गया। टीडीपी के अलावा जनता दल यूनाईटेड ने भी इस लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदरेशन किया। एनडीए गठबंधन में 19 सांसदों के साथ तेलुगू देशम पार्टी के साथ सबसे बड़ी पार्टी और 12 सांसदों के साथ जनता दल दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। भाजपा के नेतृत्व वाली नई सरकार इन दो पार्टियों पर निर्भर है।