November 21, 2025

Uttarakhand Weather: देहरादून में बादल फटा, तीन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, प्रशासन अलर्ट

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मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एवं वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक विक्रम सिंह ने बताया कि अगले चौबीस घंटे में देहरादून, बागेश्वर के कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना है। ऐसे में आपदा प्रबंधन विभाग से जुड़े अधिकारियों रहने की जरूरत है।

उफान पर नदी

देहरादून जिले में बीती रात बादल फटने की खबर है। रायपुर ब्लॉक के सरखेत गांव में लोगों ने यह जानकारी दी। एसडीआरएफ की टीम सूचना पाते ही मौके पर पहुंच गई। घटना के बाद गांव में फंसे सभी लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया। इस बीच मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।

मौसम के बदले मिजाज के चलते पिछले कल मैदान से लेकर पहाड़ तक झमाझम बारिश हुई। कुमाऊं के खटीमा में सबसे अधिक 152 मिमी और देहरादून के सहस्रधारा इलाके में 97.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। वहीं, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान तीन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एवं वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक विक्रम सिंह ने बताया कि अगले चौबीस घंटे में देहरादून, चमोली और बागेश्वर के कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना है। ऐसे में आपदा प्रबंधन विभाग से जुड़े अधिकारियों रहने की जरूरत है। इन जिलों में भारी बारिश के साथ ही कहीं-कहीं तेज गर्जना के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका है।

 

 बारिश से नदियां उफान पर, प्रशासन अलर्ट

बारिश से सौंग, सुसवा, चंद्रभागा नदियां उफान पर आ गई हैं। वहीं बंगाला नाला और अन्य छोटे नालों का जलस्तर भी बढ़ गया। लगातार हो रही बारिश के बाद प्रशासन ने बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है। वहीं किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए एसडीआरएफ को भी तैयार रहने के लिए कहा गया है। वहीं देहरादून में भी प्रेमनगर के पास टोंस नदी उफान पर आ गई।

झमाझम बारिश होने के शहर के आसपास नदी नाले उफान पर आ गए हैं। बारिश के कारण चंद्रभागा, सौंग, सुसवा नदी और बंगाला नाला उफान पर हैं। जिन क्षेत्रों में बरसाती पानी की निकासी के इंतजाम नहीं हैं वहां सड़कें तालाब सी बन गई हैं। वहीं सौंग नदी का जलस्तर बढ़ने से खदरी और गौहरी माफी में भूमि कटाव शुरू हो गया है।

खदरी निवासी विनोद जुगलान ने बताया कि नदियों का जलस्तर बढ़ने से भूमि कटाव शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि सिंचाई विभाग की ओर से क्षेत्र में सुअररोधी दीवार के साथ सौर ऊर्जा तार बाड़ भी लगाई गई थी वह भी कटाव की भेंट चढ़ गई।

वहीं चंद्रभागा नदी के उफान पर आने और गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने मायाकुंड, चंद्रेश्वर नगर, चंद्रभागा नदी किनारे रहने वाले लोगों, झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा। प्रशासन की टीम ने मायाकुुंड, चंद्रेश्वर नगर और चंद्रभागा नदी के किनारे रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कह रही थी।

सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है। नदी किनारे रहे रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए किया गया है। इसके लिए मुनादी कराई जा रही है। प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
– शैलेंद्र सिंह नेेगी, एसडीएम ऋषिकेश। 

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