उत्तराखंड में आज भी मौसम बिगड़ा हुआ है। बारिश पहाड़ से मैदान तक कहर बरपा रही है। नदी-नाले उफान पर हैं। वहीं, रुद्रप्रयाग और कोटद्वार में भूस्खलन के कारण भवन ध्वस्त हो गए । नैनीताल और ऋषिकेश में दो लोग उफनाए बरसाती नदी नालों में बह गए।
वहीं, आज राजधानी दून समेत आठ जिलों में भारी बारिश की आशंका है। मौसम विभाग की ओर से देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चम्पावत, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और ऊधमसिंह नगर जिले के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।उधर, प्रदेश में 210 सड़कें बंद हैं। बंद सड़कों में 13 मुख्य जिला मार्ग, आठ जिला मार्ग, चार अन्य जिला मार्ग, 90 ग्रामीण सड़कें और 95 पीएमजीएसवाई की सड़कें शामिल हैं। सड़कों को खोलने के काम में सोमवार को 185 जेसीबी मशीनों को लगाया गया।
रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर मंगलवार सुबह भारी भूस्खलन हो गया। जिसके चलते हाईवे पर रामपुर में होटल जमींदोज हो गया। वहीं, अगस्त्यमुनि से सोनप्रयाग के बीच हाइवे कई जगह पर बाधित है। बताया जा रहा है कि यह होटल शहर का सबसे पुराना होटल था। इसे पहले भी खाली कराया जा चुका था।
ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर तोता घाटी में भारी भूस्खलन हो गया। जिससे यहां सड़क का आधा हिस्सा ढह गया। इसके चलते हाईवे पर यातायात बाधित हो गया है। उधर, व्यासी के समीप अटाली गंगा में मलबा आने से हाईवे सोमवार से अवरुद्ध चल रहा है।
नैनीताल में सोमवार देर रात भारी बारिश से जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया। बारिश के कारण चोरगलिया में शेर नाला अचानक उफान पर आ गया। इस दौरान एक ग्रामीण नाले के तेज बहाव में बह गया। वहीं, बहाव तेज होने के कारण नाले के दोनों तरफ वाहनों की कतार भी लग गई।
ऋषिकेश में देर रात भारी बारिश के बाद बरसाती नाला उफान पर आ गया। इस दौरान तेज बहाव की चपेट में आने से एक युवक बह गया। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ ने सर्च ऑपरेशन चलाया। टीम ने युवक का शव शिवपुरी से बरामद किया है।
चारधाम यात्रा के लिए नासूर बने ओजरी डाबरकोट भूस्खलन जोन में पहाड़ी से मलबा और बोल्डर गिरने का सिलसिला बंद ही नहीं हो रहा है। चटख धूप खिलने पर पहाड़ी से बोल्डर और पत्थर गिर रहे हैं। जिसके चलते हाईवे पर दोनों ओर वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर रोका गया है।
कोटद्वार के दुगड्डा ब्लॉक के राजकीय प्राथमिक विद्यालय जखमोला ख्वाल में सोमवार देर रात भारी भूस्खलन हो गया। इसके चलते एक स्कूल मलबे में दब गया। उपखंड अधिकारी अमित चंद ने बताया कि स्कूल का आधे से ज्यादा हिस्सा मलबे में धंस गया है। इसके चलते बच्चों की छुट्टी रखी गई है। बुधवार से गांव के पंचायत घर में पढ़ाई शुरू की जाएगी।